उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को अन्नकूट पर्व के अभिजीत मुहूर्त पर दोपहर 12ः14 मिनट पर शीतकाल के लिए श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जिसके बाद मां गंगा अपने मायके मुखबा में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगी। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने की तिथि 12 अक्टूबर यानि कल तय की जाएगी।
नवरात्रि की नवमी तिथि पर गंगोत्री रावल तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि और मुहूर्त तय किया। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि कल तय की जाएगी। गंगोत्री मंदिर के सचिव सुरेश सेमवाल का कहना है कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के पर्व, गोवर्धन पूजा के अभिजीत मुहूर्त पर शनिवार 2 नवंबर के दिन 12ः14 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली मायके मुखबा मुखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी। वहीं 3 नवंबर को भैया दूज के पावन पर्व पर मां गंगा अपने मायके मुखबा मुखीमठ पहुंचेंगे।
आगामी 6 माह शीतकालीन प्रवास तक अपने मायके मुखबा में ही श्रद्धालुओं को दर्शन देंगी। वहीं यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित पुरूषोत्तम उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने का समय विजयदशमी के पर्व पर तय किया जाएगा। जिसके बाद मां यमुना के दर्शन खरसाली गांव में होंगे। बता दें कि वैदिक मंत्रोच्चार व जय मां गंगा के जयकारों के साथ अक्षय तृतीया पर्व पर 10 मई को गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए खुले गए। वहीं 10 अक्टबूर को चमोली में सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
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