window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); सीबीआई की टीम पटना में राबड़ी आवास पहुंची, जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में चल रही पूछताछ | T-Bharat
November 23, 2024

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सीबीआई की टीम पटना में राबड़ी आवास पहुंची, जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में चल रही पूछताछ

पटना,  राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की तरफ से एक बार फिर से झटका लगा है। सोमवार को सीबीआई की टीम पटना में राबड़ी आवास पर पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि जमीन के बदले करीबियों को रेलवे में नौकरी देने के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है। लालू परिवार से इस संबंध में पूछताछ की सूचना है।

जानकारी के अनुसार, सुबह 10.30 बजे सीबीआई के तीन-चार अधिकारी 10 सर्कुलर रोड पहुंचे और अनुमति लेकर अंदर आये। फिलहाल राबड़ी देवी से पूछताछ हो रही है। इसी के साथ लालू परिवार की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ती नजर आ रही है। सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लौटे लालू यादव फिलहाल दिल्ली में है

15 मार्च को दिल्ली में पेश होने का आदेश

उल्लेखनीय है कि जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के घोटाले के मामले में दिल्ली की आदालत ने 15 मार्च  को पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती समेत अन्य आरोपितों को समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया है। दिल्ली की राउज एवन्यू कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए ये समन जारी किया है। चार्जशीट में सीबीआई ने लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य को आरोपित बनाया है।

सीबीआई का आरोप है कि 2004-2009 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए लालू परिवार को रेलवे में ग्रुप-डी में नौकरी के बदले लोगों द्वारा तोहफे में या कम दाम में जमीन दी गई। नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल है।

तेजस्वी ने कहा- हम और हमारी पार्टी शुरू से ही इनके निशाने पर

बता दें कि दिल्ली में सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी मामले में तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों कहा था कि हमारी पार्टी और हम तो शुरू से ही इनके निशाने पर रहे है। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी आश्चर्यजनक नहीं है। CBI और ED जैसी संस्थाएं अब स्वायत्त नहीं, बल्कि भाजपा के आनुषांगिक संगठन है। विपक्ष के सभी दलों को एकताबद्ध होकर इन संस्थाओं के स्वायत्त चरित्र की बहाली का आंदोलन करना चाहिए।

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