ऋषिकेश: कोविड-19 महामारी के कारण भारत सहित पूरा विश्व संकट से गुजर रहा है। इस समय सभी को आशा और खुशी की नितांत आवश्यकता है। यह ऐसा समय है जिसमें आशा की एक किरण भी अद्भुत परिवर्तन कर सकती है। जब मुश्किलों में मुस्कराना मना हो, उन मुश्किलों में मुस्कराना धर्म है। जिस वक्त जीना ना मुमकिन सा लगे, उस वक्त जीना धर्म है इन्सान का। मुश्किल आयी तो चली भी जायेगी, यह परीक्षा की घडिघ्याँ हैं, हारना नहीं हंस कर आगे बढ़ना। डरना नहीं डटना है और डटे रहना है। मुश्किलें आसान होगी यह समय भी टल जायेगा, अपने साथ रहें अपनों के साथ रहें। योग करें, ध्यान करें, प्राणायाम करें और इस समय योेग के साथ सब का सहयोग भी करें।
आज विश्व लाफ्टर डे के अवसर पर परमार्थ निकेेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि हंसना केवल मजाक नहीं बल्कि एक चिकित्सा पद्धति है। कोविड के समय में जो चारों ओर घट रहा है उससे हर आयुवर्ग के लोग प्रभावित हो रहें हैं इसलिये, प्रतिदिन पूरा परिवार साथ मिलकर कम से कम 10 मिनट लाफ्टर योग किया जाये तो तनाव कम हो सकता है और इससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। हंसी के द्धारा हम आपस में मित्रता, भाईचारे और प्रेम बढ़कर वैश्विक चेतना को जागृत कर सकते हैं।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि हंसना एक उपचार पद्धति है तथा स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का एक तरीका भी है। वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति के लिये लाफ्टर योग अत्यंत आवश्यक है, इससे शरीर की इम्यूनिटी में भी वृद्धि होगी। कोविड-19 से उत्पन्न तनाव को कम करने के लिये हँसी सबसे उत्तम और प्रभावी दवा है, इसकी जितनी खुराक ली जायें उतनी ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। हंसना और हंसाना अत्यंत प्रभावकारी, शक्तिशाली, प्राकृतिक एंटीडोट है।
स्वामी जी ने कहा कि अपने आस-पास और घरों के वातावरण को प्रफुल्लित और सकरात्मक बनाये रखने के लिये हंसना न भूलें। हंसते रहें और सकारात्मक बने रहें। हंसी, तनाव मुक्त रहने का एक बेहतर तरीका है इससे शरीर, मन और मस्तिष्क में महत्वपूर्ण और आश्चर्यजनक परिवर्तन होते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों से यह पता चला है कि प्रतिदिन 30 मिनट की हंसी अत्यधिक स्वास्थ्य लाभ देती है।
स्वामी जी ने कहा कि दुनिया में ऐसे अनेक लोग हैं जिनके पास मौलिक सुविधाओं का अभाव है परन्तु सभी के पास एक हंसता, मुस्कराता चेहरा है, हम सभी को बस इतनी कोशिश करनी है कि चेहरे पर हमेशा हंसी बनी रहे। हर तरह के दर्द से उबरने का सबसे अच्छा माध्यम है हंसी। वैज्ञानिकों का दावा है कि हँसने से 40-60 कैलोरी बर्न होती हैं और इससे चेहरे की मांसपेशियों का व्यायाम भी होता हैं। हंसने से टी-कोशिकाओं में सुधार होता है, यह शरीर में ऊर्जा का संचार करता है तथा वातावरण में खुशी, सकारात्मकता और गर्माहट लाता है। आईये स्वस्थ और तनाव मुक्त जीवन के लिए 15-30 मिनट हँसी योग करें और अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का संकल्प लें।
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