window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); कोरोना महामारी से निवारण के लिए शांति धारा कराई गई | T-Bharat
November 25, 2024

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कोरोना महामारी से निवारण के लिए शांति धारा कराई गई

कोरोना महामारी से निवारण के लिए शांति धारा कराई गई

देहरादून। महावीर जयंती के शुभ अवसर पर वर्तमान शासननायक 24 वें तीर्थंकर श्री 1008 महावीर स्वामी के 2620 वां जन्मकल्याणक गांधी रोड स्थित जैन धर्मशाला में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण सूक्ष्म रूप से मनाया गया। इस अवसर पर गिरनार गौरव आचार्य श्री 108 निर्मल सागर जी महाराज के परम शिष्य गिरनार पीठाधीश्  क्षुल्लकरत्न 105 श्री समर्पण सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य में प्रातः कालीन बेला में श्रीजी का अभिषेक और सभी संसार जगत के जीवों के लिए कोरोना संक्रमण महामारी से निवारण हेतु शांति धारा कराई गई।  
सभी को सुरक्षित रहने के लिए, दूरी बनाकर रहने के लिए, स्वस्थ रहने के लिए ,मंगल कामना की गई और जो भी संसार में कोरोना से लोग परेशान है जो जो मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं या जो हो चुके हैं उनके लिए भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई और शुभकामनाएं प्रेषित की गई। यह भावना भाई गई सभी लोग स्वस्थ रहें और उसका निवारण इस तरह की मंगल कामना की गई। तत्पश्चात श्री जी की पालकी यात्रा सूक्ष्म रूप से जैन भवन प्रांगण में निकाली गई। इस अवसर पर क्षुल्लक रत्न श्री 105 श्री समर्पण सागर जी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि महावीर जयंती जैन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है इसी दिन जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म हुआ था भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था तीस वर्ष की आयु में महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और संन्यास धारण कर आत्मकल्याण के पथ पर निकल गए इस बार महावीर जयंती 25 अप्रैल को मनाई जा रही है। इस अवसर जैन भवन मंत्री संदीप जैन ने महावीर जयंती की बधाई देते हुए कहा कि विश्व वंदनीय, शासन-नायक, देवाधिदेव भगवान महावीर के 2620वें जन्म-कल्याणक  महोत्सव के पावन अवसर पर आपको अनन्त मंगलकामना एवं हार्दिक बधाई।
भगवान महावीर के सत्य, अहिंसा, अचैर्य, ब्रह्मचर्य  एवं अपरिग्रह के अत्यंत प्रासंगिक सिद्धान्तों को आज प्रत्येक मानव को सुख, शांति प्राप्त करने के लिए अंगीकार करने की आवश्यकता है। वैश्विक कोरोना महामारी से संपूर्ण विश्व को मुक्ति प्राप्त हो एवं प्रभु का जन्म-कल्याणक महोत्सव, प्रत्येक जीव के लिए मंगलमय एवँ कल्याणकारी हो, शांतिधारा में जैन समाज के लोगो ने बढ़चढ़ का प्रतिभाग किया जिसमे सुखमाल चंद जैन तनिष्क जैन, चंद्र बाला जैन जनेश्वर दास जैन, संदीप जैन (बड़ा गांव वाले) सुरेंद्र जैन, मनीष जैन, प्रदीप जैन, प्रवीण जैन, सुमेर चन्द जैन, जेवेलर्स अनिल जैन, हर्ष जैन, विनय जैन, मिथलेश जैन, प्रतीक जैन, अशोक कुमार जैन, राजीव जैन, अजय जैन, गौरव जैन, अजय जैन, राजीव जैन, तुषार जैन, अमित जैन, अमित जैन, सनत जैन, अमित जैन, अभिषेक जैन, अमित जैन, सचिन जैन, सार्थक जैन, सचिन जैन, पारस, अजित जैन सोनम जैन नीरू जैन, संजीव जैन, राजीव जैन, प्रवीण जैन, गौरव जैन, संजय जैन, अजीत जैन, सनत जैन, प्रवीण जैन, वीणा जैन, उमा जैन, मोनिका जैन, सुदेश जैन, सौरभ जैन, पंकज जैन, विपिन जैन, इंदिरा जैन आदि लोग मौजूद रहे।

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