देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत संस्कृति विभाग द्वारा नगर निगम टाउन हॉल में आयोजित बालिकाओं को संरक्षण एवं सशक्त करने के लिये जागरूकता अभियान के तहत ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ विषय पर ’’नन्ही चिर्रिया, एक मिशन’’ कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत फैशन शॉ एवं नृत्य कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही कन्या भू्रण हत्या को रोकने हेतु कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बेटियों के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को सही शिक्षा व सही मार्गदर्शन के बल पर ही सशक्त व आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। उन्होंने बेटियों की शिक्षा के प्रति जोर देते हुए कहा कि यदि बेटिया सक्षम होगी तभी समाज सक्षम बन सकता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पानीपत में ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ‘’ अभियान की शुरूआत की गई। जब यह अभियान शुरू किया गया था, तो उस क्षेत्र में पुरूषां के मुकाबले महिलाओं की संख्या बेहद कम थी, किन्तु इस अभियान के एक वर्ष बाद ही महिला अनुपात में सुधार देखने को मिला। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार ला सकते है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार द्वारा महिला कल्याण एवं समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत किये गये कार्यक्रमों की भी सराहना की।
सरोकार सं संस्था का सांस्कृतिक विंग ’समर्पित मीडिया सोसाइटी’ समाज के संवेदनशील विषयों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाती है। ’नन्ही चिरैया’ कार्यक्रम बालिकाओं के संरक्षण और उनको सशक्त बनाने के लिए आयोजित किया गया है। बालिकाओं के संरक्षण एवं सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रयास किये जा रहे है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई सरकारी और गैर सरकारी संगठनों द्वारा भी प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल ’निशंक’ उपस्थित रहे।
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