राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री दिव्या दत्ता का कहना है कि एक कलाकार के तौर पर वह पर्दे पर तमाम किरदारों को निभाना ज्यादा पसंद करेंगी, न कि वर्तमान मुद्दों पर टिप्पणी करना, जिनका उनके कार्यक्षेत्र से कोई लेना-देना नहीं है। उनका कहना है कि वह इस अवधारणा को नहीं मानतीं, जिनमें सेलेब्रिटीज से इन विषयों (सामाजिक-राजनीतिक मुद्दे) पर बात रखने की अपेक्षा की जाती है।
दिव्या ने कहा, मैं वह लोकप्रिय चेहरा नहीं बनना चाहती, जो सोशल मीडिया पर अक्सर टिप्पणियां करते हैं। हम अब एक ऐसी स्थिति में रह रहे हैं, जहां कोई सेलेब्रिटी वर्तमान मुद्दों पर टिप्पणी करे या न करे, उसे लोगों की एक श्रेणी द्वारा आंका जाता है। अगर मैं राजनीतिक विषय पर अपनी कोई प्रतिक्रिया दूंगी, तो एक वर्ग द्वारा मुझे ट्रोल किया जाएगा। अगर मैं ऐसे विषयों पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दूंगी, जो मेरे काम के क्षेत्र से संबंधित नहीं है, तो लोग कहेंगे, फिर सेलेब होने का क्या फायदा? दरअसल, हमें आलोचनाओं के बिना अपनी पसंदीदा चीजें करने की इजाजत ही नहीं है। समाज के अनुरूप हमें चलना होता है। अब समाज का एक बड़ा हिस्सा सोशल मीडिया पर सक्रिय है। जहां सिर्फ बातों का बतंगड़ बनता है और कुछ नहीं।
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