window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); भारत के Gaganyaan project को इस देश का मिला साथ, देगा क्रायोजनिक इंजन | T-Bharat
November 22, 2024

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भारत के Gaganyaan project को इस देश का मिला साथ, देगा क्रायोजनिक इंजन

चेन्नई। भारत के महत्वाकांक्षी अभियान गगनयान (Gaganyaan) में मदद को रूस (Russia) ने हाथ बढ़ाया है और इसके लिए उसने भारत को क्रायोजनिक इंजन (Cryogenic Engine) देने का प्रस्ताव किया है। रूस की सरकारी एजेंसी स्पेस कारपोरेशन ‘रोस्कोसमोस’ ने कहा कि भारत रूस से जल्द अपने गगनयान अभियान को लेकर बात करनेवाला है। भारत रूस से गगनयान के लिए कई जरूरी उपकरण खरीदना चाहता है। इनमें गगनयान में लगनेवाली वैज्ञानिकों के लिए सीटें, खिड़कियां तथा वो पोशाक प्रमुख हैं जो अंतरिक्ष यात्रा पर वैज्ञानिक पहनते हैं।

 

 

‘रोस्कोसमोस’ के मुताबिक, इस संबंध में 4 से 6 सितंबर के बीच रूस के ब्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनामिक फोरम की बैठक के दौरान उच्च स्तरीय वार्ता हो सकती है। 21 अगस्त को मास्को में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल तथा महानिदेशक डिमिट्री रोगोजिन के बीच हुई बातचीत के बाद ‘रोस्कोसमोस’ ने एक बयान में कहा कि इस वार्ता में अंतरिक्ष अभियान, उपग्रह नेविगेशन तथा इंजन टेक्नालोजी समेत कई अन्य महत्वपूर्ण सहयोग पर विचार-विमर्श किया जाएगा। दोनों देशों के उच्च अधिकारियों के बीच भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो और रूस की ग्लावकोसमोव के बीच व्यापक सहयोग और चार भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को यूरी गागरिन अंतरिक्ष प्रशिक्षण केंद्र में ट्रेनिंग देने पर चर्चा हुई। इस संबंध में अगस्त माह के अंत तक एक समझौते पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। ‘रोस्कोसमोस’ ने कहा कि भारत अपने पहले मानव अंतरिक्ष अभियान गगनयान को 2022 में लांच करने की तैयारी कर रहा है

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