नई दिल्ली । राजनीतिक पार्टियों को पिछले साल मिले चंदे में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) का नाम सबसे ऊपर है। चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा चंदा बसपा के बैंक खाते में और सबसे कम आम आदमी पार्टी के खाते में जमा हुआ।
चुनाव आयोग को मिली पार्टियों की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक बीएसपी के बैंक खातों में पिछले साल दिसंबर में 670 करोड़ रुपए जमा हुए थे। मायावती की पार्टी बीएसपी के बाद उसकी गठबंधन सहयोगी समाजवादी पार्टी (सपा) का नंबर है. सपा के बैंक खातों में 471 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस की सालाना ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया है कि कांग्रेस के खातों में पिछले साल सिर्फ 196 करोड़ रुपए ही जमा हुए थे, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने तो अपने खातों में सिर्फ 82 करोड़ रुपए ही जमा कराए थे। चुनाव आयोग के सूत्रों से यह जानकारी सामने निकल कर आई है।
चंदे की ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) और आम आदमी पार्टी के बैंक खातों में 3-3 करोड़ रुपए जमा कराए गए थे। पिछले महीनों हुए चार राज्यों के विधान सभा चुनावों में सबसे ज्यादा चंदा भाजपा को मिला और यह रकम 342 करोड़ रुपए थी. सबसे कम 3 करोड़ रुपए समाजवादी पार्टी को मिले. गौरतलब है कि फरवरी-मार्च में सभी पार्टियों को अपनी ऑडिट रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को सौंपनी होती है। केंद्र की सत्ता में काबिज बीजेपी की जहां तक बात है तो इस पार्टी ने 2017-18 में अज्ञात स्रोतों से 553 करोड़ रुपए की रकम प्राप्त की, जोकि पांच अन्य राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की ओर से घोषित कुल अर्जित रकम का चार गुना है। यह खुलासा चुनाव पर निगरानी रखने वाली संस्था, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट से हुआ।
एडीआर की रपट के अनुसार राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दलों ने 2017-18 में अज्ञात स्रोतों से कुल 689.44 करोड़ रुपए की रकम पाने की घोषणा की, जिसमें भाजपा की ओर से अर्जित रकम 553.38 करोड़ रुपए है। भाजपा को, 2017-18 में बाकी राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 20,000 रुपए से अधिक के चंदे से प्राप्त रकम का 93 फीसदी हिस्सा प्राप्त हुआ है। पिछले 14 सालों में राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने अज्ञात स्रोतों से कुल 8,721.14 करोड़ रुपए अर्जित किए हैं। वर्तमान में सात राष्ट्रीय राजनीतिक दलों में बीजेपी, बीएसपी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), भाकपा, माकपा और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं।
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