window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); दुष्कर्म पीडि़ता ने फांसी लगाकर दी जान | T-Bharat
November 23, 2024

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दुष्कर्म पीडि़ता ने फांसी लगाकर दी जान

कानपुर,पनकी के गंगागंज में दुष्कर्म पीडि़त बीटीसी छात्रा डेढ़ महीने तक पुलिस की चौखट पर न्याय के लिए भटकती रही लेकिन आरोपित को पकडऩे के बजाय पुलिस जांच की बात कहकर टरकाती रही। परेशान पीडि़ता ने गुरुवार दोपहर फांसी लगाकर जान दे दी। जानकारी पर घर लौटे परिजनों ने पुलिस को देख हंगामा शुरू कर दिया। शव नहीं उठाने दिया और थानेदार-चौकी प्रभारी पर मिलीभगत के आरोप लगाए।

 

 

पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई का भरोसा देकर उन्हें शांत कराया और घर आई आरोपित की बहन व उसकी सास को हिरासत में लिया। देर शाम एडीजी जोन प्रेम प्रकाश के आदेश पर एसएसपी अनंतदेव ने विवेचक अनिल पांडेय को निलंबित कर दिया।

गंगागंज निवासी 24 वर्षीय बीटीसी छात्रा के पिता का पांच वर्ष पूर्व एक एक्सीडेंट में देहांत हो गया था। परिवार में मां, भाई व छोटी बहन है। गुरुवार दोपहर मां किसी काम से कचहरी गई थी।

 

भाई ड्यूटी पर तो छोटी बहन स्कूल गई तभी किसी समय छात्रा ने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। दोपहर बाद बहन घर लौटी तो शव लटका देख चीख पड़ी। सूचना पर पड़ोसी जुटे और उन्होंने पुलिस व छात्रा के भाई और मां को बताया। परिजन आए और पुलिस को बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए हंगामा कर दिया।

 

भाई ने बताया कि कॉलोनी निवासी अंकित यादव ने दोस्ती कर बहन से शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया था और तीन साल से शोषण कर रहा था। चार माह पूर्व उसने कहीं और सगाई कर ली तो वह, बहन के साथ आरोपित के घर गए। वहां उसके परिजनों ने भी दुत्कार कर भगा दिया। तब बहन ने अंकित के खिलाफ दुष्कर्म व उसके परिजनों पर धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन पुलिस आरोपित को गिरफ्तार करने के बजाय जांच के नाम पर टरकाती रही।

 

मुकदमा दर्ज होने के कई दिन बाद कोर्ट में बयान कराए गए। बहन लगातार चौकी-थाने के चक्कर लगाती रही, बुधवार को भी वह चौकी गई थी लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। निराश होकर उसने जान दे दी। एसएसपी अनंतदेव व एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने उन्हें आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी व जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब परिजन शांत हुए और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

 

आरोपित पर आत्महत्या दुष्प्रेरण का भी मुकदमा

 

पीडि़ता को टरकाने वाली पनकी पुलिस ने इस घटना के बाद एसपी संजीव सुमन के आदेश पर आरोपित अंकित के खिलाफ आत्महत्या दुष्प्रेरण की धारा में भी मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन उसमें पुलिसकर्मियों को आरोपित नहीं बनाया गया। भाई का कहना है कि अंकित के साथ ही पुलिसवाले भी बहन की मौत के जिम्मेदार हैं। उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।

 

एडीजी का ये है कहना

 

मामले में विवेचक को निलंबित कर दिया गया है। बाकी अन्य पुलिस कर्मियों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है।

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