मसूरी। अतिक्रमण के नाम पर हाथ रिक्शा उन्मूलन योजना के तहत विस्थापित किए गये मजदूरों के खोखों को नगर पालिका परिषद व नगर प्रशासन ने अतिक्रमण अभियान के तहत तोड़ दिया। जिससे मजदूर बेरोजगार हो गये। इस संबंध में मजदूर संघ की एक आपात बैठक मजूदर संघ कार्यालय में आयोजित की गई जिसमें प्रशासन व पालिका की इस कार्रवाई का विरोध किया गया। बैठक के बाद नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन दिया गया जिसमें मांग की गई कि हाथ रिक्शा पुनर्वास के तहत पांच साइकिल रिक्शा वर्कशॉप मजदूर संघ को दी गई थी। जिनका किराया नगर पालिका के कोष में लगातार जमा करवाया जा रहा है। लेकिन अतिक्रकमण अभियान के तहत तीन वर्कशॉप हटा दी गई, जिसके कारण रिक्शाओं की मरम्मत का कार्य प्रभावित हो गया है। मांग की गई किक पालिका एवं प्रशासन शीघ्र हटाये गये वर्कशॉप को पुनः निर्मित कर आवंटित करे। इस संबंध में जानकारी देते हुए मजदूर संघ के अध्यक्ष रणजीत सिहं चैहान ने बताया कि वर्ष 1994- 96 में हाथ रिक्शा उन्मूलन एवं पुनर्वास के तहत मसूरी शहर में करीब चार सौ श्रमिकों को पुनर्वासित किया गया था जिसमें पांच वर्क शॉप साइकिल रिक्शा के लिए दी गई, पांच पार्किंग व 121 साइकिल रिक्शा देकर पुनर्वासित किया गया। वहीं घोड़ा श्रमिकों को 50 दुकानें एवं पटरी व्यापार लाइसेंस व अन्य रोजगार दिया गया। परंतु वर्तमान में नगर पालिका द्वारा लगातार मजदूर संघ के सदस्यों की अवहेलना की जा रही है व उन्हें रोजगार व आवास के सवाल पर उदासीनता बरती जा रही है। जिस पर मजदूर संघ की आपात बैठक बुलाई गई व मजदूरों को शीघ्र वर्कशॉप एवं अन्य रोजगार उपलब्ध कराने की मांग को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल नगर पालिका जायेगा। इस मौके पर मजदूर संघ अध्यक्ष रणजीत सिंह चैहान, मंत्री देवी गोदियाल, कोषाध्यक्ष विरेंद्र डुंगरियाल, उपाध्यक्ष महिपाल रावत, उपमंत्री संजय टम्टा, पूर्व अध्यक्ष बलवंत नेगी, रविंद्र चैहान, गुडडू सेमलाट सहित मजदूर मौजूद रहे।
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