window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); नैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान को लेकर मंडलायुक्त ने ली बैठक | T-Bharat
November 17, 2024

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नैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान को लेकर मंडलायुक्त ने ली बैठक

नैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान को लेकर मंडलायुक्त ने ली बैठक

नैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान को लेकर मंडलायुक्त ने ली बैठकनैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान को लेकर मंडलायुक्त ने ली बैठक

नैनीताल: राज्य अतिथि गृह, नैनीताल में मण्डलायुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में नैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान को लेकर बैठक आयोजित की गई। जनपद नैनीताल के अंतर्गत नैनीताल-भीमताल एवं निकटवर्ती क्षेत्र की अमृत उपयोजना के अंतर्गत महायोजना (मास्टर प्लान) की तैयारी को लेकर विभिन्न विभागों के स्टेक धारकों के साथ मण्डलायुक्त ने बैठक की। नैनीताल-भीमताल का जीआईएस आधारित मास्टर प्लान नागपुर की संस्था मैसर्स क्रिएटिव सर्कल द्वारा किया जा रहा है। संस्था के शहर नियोजक देवांग पांडेय द्वारा पीपीटी के माध्यम से महायोजना की विस्तार से जानकारी दी गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त दीपक रावत ने कहा कि वर्ष 2011 में नैनीताल-भीमताल महायोजना (मास्टर प्लान) की अवधि समाप्त हो गई थी जिस सम्बंध में अब वर्ष 2041 तक के लिए नई नैनीताल-भीमताल मास्टर प्लान की तैयारी चल रही है। मास्टर प्लान हेतु प्रस्तावित मास्टर प्लान का कुल क्षेत्रफल 66वर्ग किलोमीटर है, जिसमें नैनीताल- भीमताल- भवाली व मुक्तेश्वर तक मुख्यमार्ग से सलंग्न दोनों ओर 220 मीटर तक का क्षेत्र सम्मिलित है। इसका उद्देश्य है कि नियंत्रित एवं नियोजित विकास किया जाए। इस सम्बंध में उन्होंने समस्त विभाग को भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए अपने सुझाव लिखित रूप में देने को कहा। इससे भविष्य में विभाग की भूमि सम्बंधी आवश्यकता को वर्तमान में ही आरक्षित कर लिए जाएगा जिससे आवश्यकतानुरूप परिसम्पत्तियों व सुविधाओं का निर्माण किया जा सके। नैनीताल-भीमताल पुनरक्षित महायोजना 2041 तैयार कर रही कार्यदायी संस्था मैसर्स क्रिएटिव सर्कल, नागपुर द्वारा नैनीताल में पार्किंग की समस्या के निस्तारण हेतु पार्किंग निर्माण के लिए भूमि को चिन्हित करने के निर्देश मण्डलायुक्त ने दिए। मण्डलायुक्त ने कहा कि 2041 को जनसंख्या के अनुरूप पार्किंग आवश्कताओं का विस्तार किया जाना है। इसके लिए संस्था पीक सीजन व एक दिन में अधिकतम आने वाले पर्यटक की संख्या का विस्तार से अध्ययन कर आख्या दे। उन्होंने कहा कि नियोजक का कार्य है कि योजना आवश्यकताओं व वर्तमान समस्याओं को ध्यान में रखते हुए तैयार की जाय, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की समस्या न हो।
इस अवसर पर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, जगदीश चंद्र, सीएमओ डॉ भागीरथी जोशी, संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन,  सचिव जिला विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय, सहयुक्त नियोजक हरि शंकर बिष्ट, मैसर्स क्रिएटिव सर्कल से टीम लीडर मंजूषा, आदित्य सिंह, आयुष गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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