हरिद्वार,(Amit kumar): पूर्वांचल उत्थान संस्था के रिनुअल के साथ आनलाईन रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही तेजी से चल रही है। इसके पूर्व संस्थागत चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव अधिकारी की घोषणा एवं चुनाव कार्यक्रम की घोषणा को लेकर जल्द ही बैठक बुलाई जाएगी।
तीर्थ नगरी हरिद्वार में बरसों से पूर्वांचल समाज के लोगों को एकजुट कर पुर्वांचली लोक परंपरा, सांस्कृतिक विरासत, रीति रिवाज के संरक्षण और संवर्धन के साथ पूर्वांचल वासियों के सामाजिक स्तर के उत्थान के लिए
के लिए कार्य करती चली आ रही है। संस्था की ओर से वर्ष में आयोजित होने वाली सरस्वती पूजा और छठ पूजा आयोजन कर को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है। इन आयोजनों के दौरान तीर्थ नगरी हरिद्वार में पूर्वांचल की अलग ही छटा देखने को मिलती है। पूर्वांचल के लोगों की मांग पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से बहादराबाद में गंगनहर पर छठ घाट निर्माण की घोषणा एवं नवोदय नगर में छठ पार्क का भी निर्माण कराया गया। गौरतलब है कि पूर्वांचल उत्थान संस्था का वर्ष 2014-15 में संस्था का रजिस्ट्रेशन भी कराया गया। लेकिन राजनीतिक महत्वाकांक्षा और निजी स्वार्थ के चलते चंद लोगों ने तेजी से उभरती संस्था को राजनीतिक स्वार्थ के हाशिए पर धकेल दिया गया।पदाधिकारियों के मतभेद के चलते समय पर समय पर संस्था का रिनुअल नहीं कराया जा सका। संस्था के सदस्यों को लगातार एक पदाधिकारी के द्वारा गुमराह किया जाता रहा। इसके चलते संस्था के सदस्यों में बिखराव होता गया और इसके बाद तमाम नई संस्थाओं ने जन्म लिया, लेकिन कोई भी संस्था पूर्वांचल के लोगों को एकजुट करने में नाकाम साबित हुई। अब लोगों की निगाह एक बार फिर पूर्वांचल उत्थान संस्था की ओर मुड़ गई है। पूर्वांचल वासियों को विश्वास हो चला है कि उनका हित पूर्वांचल उत्थान संस्था में ही निहित है। जो लोग संस्था को मंझधार में छोड़ कर अलग हो गए थे वह भी आज संस्था में सक्रिय जिम्मेदारी निभाने के लिए तत्पर हैं। ऐसे में ही जल्द ही पूर्वांचल उत्थान संस्था का पुनर्गठन कर एक बड़ी इकाई के तौर पर विकसित किया जाएगा। संस्था के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से पूर्व चुनाव कराए जाएंगे, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।
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