एनडीए के लिए लोकसभा चुनाव से पहले बिहार से आई है एक बड़ी खबर, लोकसभा के चुनाव में जदयू और भाजपा की राहें फिर हो सकती है अलग, दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कर दिया यह एलान, मुख्यमंत्री नीतीश ने भाजपा को दे दी है साफ-साफ चेतावनी, अगर सीट शेयरिंग में नहीं मिला सम्मान तो जदयू एनडीए से अलग लड़ेगा चुनाव, सीएम नीतीश के इस रुख से पीएम मोदी वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को लगेगा जोर का झटका…
जदयू की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा को साफ-साफ चेतावनी दे दी। सीएम नीतीश ने कहा कि जदयू बहुत ज्यादा झूक कर समझौता नहीं करेगा। हमें इंतजार इस बात का है कि भाजपा कितनी सीटें ऑफर करती है। अगर हमें उनका ऑफर पसंद आया तो ठीक वर्ना वे अलग चुनाव लड़े, और हम भी अलग लड़ लेंगे।
सीएम नीतीश ने कहा कि पार्टी को अभी से बिहार में लोकसभा की सभी सीटों पर चुनाव की तैयारी में लग जाना चाहिए। नीतीश ने यह भी कहा कि जदयू लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन बनाए रखना चाहता है लेकिन इसके लिए सम्मान के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है। बिहार में जदयू 25 और 15 लोकसभा सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ती रही है। इंडिया से अलग होने के बाद जदयू और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ा। नतीजा यह हुआ कि जदयू 2 सीटों पर सिमट गया। वहीं भाजपा के सांसदों की संख्या बढ़कर 22 हो गई। जदयू बिहार में फिर से पुराने फार्मूले पर ही चुनाव लड़ना चाहता है। ऐसा होने पर भाजपा को अपने 7 सांसदों को पैदल करना पड़ेगा। मिशन 2019 को देखते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ऐसा रिस्क कभी भी नहीं उठाएंगे। कहा जा रहा है कि भाजपा जदयू को अधिक से अधिक 10 सीटें देना चाहती है। लेकिन, जदयू इतनी सीटों पर मानने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम नीतीश ने पार्टी के सम्मान का मुद्दा उठाया।
भाजपा को दबाव में लाने के लिए CM नीतीश ने सांप्रदायिकता का मुद्दा उठाकर भी आंख दिखाने का प्रयास किया। नीतीश ने कहा कि कम्युनलिज्म और करप्शन पर कोई समझौता नहीं होगा। अगर कोई भी सांप्रदायिक एजेंडे पर उतरेगा तो जदयू उसके साथ नहीं रहेगा।
बैठक में नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर जमकर बरसे। सीएम नीतीश ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री ने नवादा जेल में जाकर सांप्रदायिक दंगे के आरोपी से मुलाकात की है। गिरिराज ने शनिवार को ही नवादा जेल जाकर बजरंग दल के एक कार्यकर्ता से मुलाकात की थी। बाद में वे उस कार्यकर्ता के परिजनों से भी मिले थे। इस दौरान गिरिराज ने बिहार की नीतीश सरकार पर बहुसंख्यक समुदाय को सताने का आरोप भी लगाया था। नीतीश कुमार ने भाजपा नेतृत्व को ऐसे मंत्रियों पर लगाम लगाने की नसीहत दी। बिहार के मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि जरूरत पड़ी तो केंद्रीय मंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
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