हरिद्वार,(Amit kumar):मुख्य कोषाधिकारी हरिद्वार ने अवगत कराया कि आजकल साइबर अपराधियों द्वारा पेंशन धारकों को जीवन प्रमाण पत्र ऑन लाइन अपडेट करने के लिए कॉल किया जा रहा है, उनके पास पेंशन धारकों का पूरा डाटा जैसे नियुक्ति का दिनांक, सेवानिवृत्ति का दिनांक, पी0पी0ओ0 नम्बर (पेंशन भोगी भुगतान आदेश संख्या) आधार कार्ड संख्या, स्थायी पता, ईमेल आईडी, सेवानिवृत्ति पर प्राप्त राशि, मासिक पेंशन, नॉमिनी आदि की जानकारी होती है। साइबर अपराधी पेंशन धारकों को पूरे डाटा के साथ फोन करते हैं, ताकि पेंशन धारकों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि वे पेंशन निदेशालय/कोषागार/उपकोषागार/पोस्ट ऑफिस/सी0एस0सी0 से हैं। साइबर अपराधी पेंशन धारकों का पूरा डाटा बताते हुए उनका जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने हेतु ओटीपी साझा करने के लिए कहते हैं, एक बार जब पेंशन धारक फोन पर आये हुए ओटीपी को साझा कर देते हैं तो, जालसाजों को पेंशन धारक के बैंक खाते का डायरेक्ट एक्सेस कन्ट्रोल मिल जाता है। तत्पश्चात् वे पंेशन धारक के बैंक खाते में जमा समस्त राशि का तुरंत दूसरे फर्जी बैंक खाते या वॉलेट में स्थानान्तरित कर देते हैं।
इस संबंध में मुख्य कोषाधिकारी हरिद्वार ने पेंशन धारकांे से जागरूक रहने की अपील तथा अवगत कराया कि पेंशन निदेशालय/कोषागार/उपकोषागार/ पोस्ट ऑफिस/सी0एस0सी0 कभी भी किसी पेंशन धारक को उनका जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल नहीं करता है और न ही ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करता है। यह पेंशन धारकों का कर्त्तव्य है कि वह अपने जीवन प्रमाण पत्र को व्यक्तिगत रूप से पेंशन निदेशालय/कोषागार/उपकोषागार/ पोस्ट ऑफिस/सी0एस0सी0 में जाकर अपडेट करायें तथा जागरूक रहें।
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