window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); डीआईटी विवि के डॉ अनुराग एरोन टीचर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित  | T-Bharat
November 18, 2024

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डीआईटी विवि के डॉ अनुराग एरोन टीचर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित 

डीआईटी विवि के डॉ अनुराग एरोन टीचर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित 

डीआईटी विवि के डॉ अनुराग एरोन टीचर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित 

देहरादून: डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून में स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अनुराग एरोन को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रतिष्ठित टीचर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
टीचर ऑफ द ईयर अवार्ड समारोह हर साल उत्तराखंड की प्रमुख समाचार पत्रिका दिव्य हिमगिरी द्वारा सभी विश्वविद्यालयों और शिक्षा से संबंधित सरकारी विभागों के सहयोग से आयोजित एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है। पुरस्कार समारोह का यह चौथा वर्ष था। यह पहल उत्तराखंड सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा समर्थित है।
डॉ अनुराग के पास आईआईटी रुड़की से पीएचडी उपाधि है और उन्होंने अब तक 100 से अधिक छात्रों का उनके स्टार्ट-अप के लिये मार्गदर्शन किया है । प्रो. पी.पी. ध्यानी, कुलपति, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय और उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालयकी की अध्यक्षता में माननीय स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा उम्मीदवारों की जांच और चयन किया गया।
समारोह में मुख्यमंत्री ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षकों को विभिन्न जरूरतों और रुचियों को ध्यान में रखते हुए छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा का मुख्य आधार शिक्षक है। शिक्षक न केवल छात्र के चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करता है बल्कि राष्ट्र का भी निर्माण करता है। किसी राष्ट्र के विकास में उसके भावी नागरिकों को आकार देने के लिए शिक्षकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। भारत में गुरु-शिष्य परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। पूरी दुनिया में शिक्षा का प्रसार भारत से ही शुरू हुआ”, धामी ने कहा। डीआईटी विश्वविद्यालय ने इससे पहले 4 सितंबर को विश्वविद्यालय की स्थापना में अनुकरणीय योगदान के लिए एक समारोह का भी आयोजन किया था। अनुसंधान में उत्कृष्टता और योगदान पर आधारित पुरस्कारों की पहली श्रेणी में 69 शोधकर्ताओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने संदर्भित और प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में अपना शोध कार्य प्रकाशित किया है।
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