हरिद्वार,(Amit kumar): आज ब्राह्मणों को नेता की नहीं, बल्कि नीति की जरूरत है। क्योंकि जिन्हें हम चुनकर भेजते हैं, वह पार्टी का पिछलग्गू बनकर रह जाता है। ब्राह्मण हित उसके लिए गौण होकर रह जाते हैं। इसीलिए आज हमें नीति की जरूरत है।
उक्त विचार आज अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद, उत्तराखंड इकाई द्वारा आयोजित “विप्र गौष्ठी” में मुख्य वक्ता के रूप में परिषद के संरक्षक पंडित जुगलकिशोर तिवारी जी ने रखते हुए कहा कि आज हमें पिछलग्गू बनने की प्रवृति छोड़नी होगी, क्योंकि पिछलगू का समाज व राजनीति में कोई महत्व नही होता। आज सभी राजनीतिक दल व जातियां ब्राह्मणों के वजूद को मिटाने में तुले हुए हैं। किसी भी दल में ब्राह्मण के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने कल्पना भूल जाइए। जब तक ब्राह्मणों का अपना झंडा व डंडा नही होगा, तब तक कुछ भला होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें मजबूत वोट बैंक के रुप में स्थापित होना ही होगा। यदि हमें अपना वजूद कायम रखना है तो एकता कायम करनी होगी। आज हर कोई ब्राह्मणों को अपमानित करने पर तुला हुआ है। इसके लिए हमें दो सेक्टर मीडिया व वकालत के पेशे में सक्रिय होना ही होगा।
तिवारी जी ने ब्राह्मण युवकों को आह्वान किया कि वे नॉकरी की बजाय व्यवसाय की ओर बढ़ें, वर्तमान शिक्षा को अपनाए, तकनीकी शिक्षा को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि हमें अपनी पहचान व मूल संस्कारो की रक्षा हेतु भी कटिबद्ध रहना होगा। भगवान परशुराम जी के आदर्शों पर चलते हुए अपनी जाति व धर्म की रक्षा करनी होगी।
हरिद्वार- रुड़की विकास प्राधिकरण के सचिव ललित नारायण मिश्रा जी ने कहा कि हमें नॉकरी के साथ-साथ छोटा-मोटा व्यवसाय भी करना चाहिए। गोष्ठी को प्रदेश अध्यक्ष पंडित मनोज गौतम, संयोजक पंडित बालकृष्ण शास्त्री, प्रदेश महामंत्री डॉ. वी डी शर्मा, प्रदीप शर्मा, रवि मिश्रा आदि ने सम्बोधित किया।
बैठक में राष्ट्रीय संरक्षक पंडित जुगल किशोर तिवारी जी ने प्रदेश संयोजक के पद पर बाल कृष्ण शास्त्री के स्थान पर रिटायर डी एस पी मि.जुयाल जी के नाम की घोषणा की तथा शास्त्री जी को परिषद के मार्गदर्शक मंडल में लेने की घोषणा की।
इस अवसर पर लक्ष्मी त्रिपाठी, अवनीश मिश्रा, राजेश मिश्रा, ललित मिश्रा, प्रदीप शर्मा, युगल किशोर पाठक, मनोज शुक्ला, बी. के. त्रिपाठी, रवि मिश्रा, राज तिवारी उपस्थित रहे।
More Stories
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
केंद्रीय टीम ने रुद्रपुर में परखीं खेल तैयारियां, कंपटीशन डायरेक्टर से टेक्निकल रिपोर्ट तलब
आदि गौरव महोत्सव का हुआ समापन, लोकगायक किशन महिपाल और सनी दयाल ने समां बांधा