अयोध्या: सरयू नदी के गुप्तारघाट पर स्नान के दौरान डूबने के बाद से लापता चल रहे दो लोगों को रविवार की दोपहर बरामद कर लिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में शुक्रवार की शाम तक छह जबकि शनिवार को एक शव बरामद किया जा चुका है। पानी में डूबे सभी लोगों को बरामद करने के साथ ही रविवार को रेस्क्यू भी बंद कर दिया गया, अब मृतकों की संख्या नौ हो गई है।
आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित शास्त्री पुरम से 15 लोग अयोध्या घूमने आए थे। शुक्रवार की दोपहर लगभग एक बजे नदी के कच्चा घाट पर एक व्यक्ति के डूबने पर उसे बचाने में एक-एक कर 15 सदस्य नदी की ओर चले गए। हालांकि सतीश, नमन, अशोक को स्थानीय एक अज्ञात व्यक्ति ने बचा लिया था। जबकि आरती, धैर्या व गौरी को स्थानीय गोताखोर नाविक व पुलिस, पीएसी की मदद से बचाया गया। अफसरों की देखरेख में रेस्क्यू शुरू हुआ। काफी मशक्कत के बाद ललित, पंकज, श्ऱ़ुति, दृष्टि, सीता उर्फ दामिनी व राजकुमारी का शव भी बरामद कर लिया गया।
लेकिन प्रियांशी, जूली व सार्थक की तलाश जारी रही। यहां पहुंची एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने रेस्क्यू शुरू किया। शनिवार की दोपहर प्रियांशी का शव भी बरामद हुआ। फिर भी शेष दो की तलाश जारी रही। रविवार को अम्बेडकरनगर के टांडा क्षेत्र से जूली को जबकि कैंट थाना क्षेत्र के जमथरा घाट के पास से सार्थक का शव एनडीआरएफ की टीम ने बरामद कर लिया। तीन दिन चले रेस्क्यू के दौरान टीम ने 12 लोगों को नदी से निकाला। जिनमें नौ की मौत हो चुकी है। फिलहाल सभी लोगों को नदी से निकाले जाने के बाद रेस्क्यू बंद कर दिया गया है।
इस हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। जो भी सुना स्तब्ध रह गया। आगरा से अयोध्या धाम भ्रमण पर आए लोगों में सतीश (40) पुत्र जगमोहन, नमन (07) पुत्र सतीश, अशोक (65) नेमीचंद, आरती (35) पत्नी सतीश, धैर्या (07) पुत्री ललित, गौरी (28) पुत्री अशोक, प्रियांशी (16) पुत्री सतीश, राजकुमारी (61) पत्नी अशोक, जूली (39) पुत्री अशोक, सार्थक (16) पुत्र देवेन्द्र कुमार, सीता उर्फ दामिनी (35) पत्नी सचिन, दृष्टि (04) पुत्री सचिन, ललित (40) पुत्र अशोक, पंकज (25) पुत्र अशोक व श्रुति (20) पुत्री देवेन्द्र कुमार शामिल थे।
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