window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); बिहार के लोग ही राज्य की छवि खराब कर रहे है | T-Bharat
September 22, 2024

TEHRIRE BHARAT

Her khabar sach ke sath

बिहार के लोग ही राज्य की छवि खराब कर रहे है

पटना। इंटर परीक्षा में लगातार दूसरी बार गड़बड़ी होने से बिहार की हो रही फजीहत के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हम इसको चुनौती के रूप में लेते हैं। पूरी चीजों का मंथन करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री सचिवालय में सोमवार को आयोजित लोक संवाद के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान इंटर परीक्षा के परिणाम के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न पर नीतीश ने कहा कि गड़बड़ी के संबंध में खोज शिक्षा विभाग द्वारा की गयी थी।

उन्होंने कहा कि दो वर्ष पूर्व वैशाली के एक केन्द्र की तस्वीर (बहुमंजिले स्कूल की दीवारों पर चढ़कर परीक्षा में नकल कराने की) समाचार पत्रों में आयी थी। तब से लेकर अब तक इस दिशा में काफी कार्रवाई की गयी है। तंत्र में इंतजाम किया गया है कि अगर कोई धांधली करेगा तो पकड़ा जायेगा। मामले पर हमने सभी अधिकारियों को बुलाया था। गड़बड़ी करने वालों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने को कहा गया है। नीतीश ने कहा कि हाल में संपन्न इंटर परीक्षा और कला संकाय में टापर रहे गणेश कुमार जिसे उम्र छुपाने के लिए गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में पूरी सख्ती बरती गयी है। शिक्षा विभाग के लोगों ने पता लगाया है कि यह लड़का दूसरी बार परीक्षा दे रहा है। लड़के ने अपनी उम्र छिपायी है पकड़ा गया है। कार्रवाई हो रही है। उन्होंने इंटर परीक्षा के बारे में कहा कि इस परीक्षा में चोरी नहीं हुयी। मूल्यांकन में गड़बड़ी नहीं हो इसे देखा जा रहा था।

नीतीश ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए एक्शन प्लान बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के समय शिक्षक हड़ताल पर गये थे। यह हम सबकी जिम्मेवारी है कि उन्हें यह बताया जाये कि यह सही समय हड़ताल पर जाने का नहीं है।

नीतीश ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी की भूमिका है। इंटर परीक्षा के उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए मुकर्रर किये गये शिक्षक उस विषय के जानकार थे। उन्होंने इंटर परीक्षा में कम छात्रों के उत्तीर्ण होने के बारे में कहा कि इसी तरह उच्च न्यायालय के आदेश पर 1998 में सख्ती की गयी थी। उस वर्ष मात्र 15 प्रतिशत रिजल्ट आया था। नीतीश ने कहा कि सभी चीजों को देखा रहा है। सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल सभी के परमफॉमेंस को देखा जा रहा है। किस किस स्कूल का परिणाम खराब हुआ है उसका मूल्यांकन किया जा रहा है। वैसे स्कूलों को देखा जा रहा है जहां कोई भी बच्चा पास नहीं किया ताकि सभी चीजों को देखते हुये नीति बनायी जा सके।

उन्होंने कहा कि बिहार की छवि को बिहार के बाहर खराब करने में यहां के लोगों की ही भूमिका है। तमिलनाडु की परीक्षा का उदाहरण देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा का लड़का तमिल विषय में अधिक अंक के साथ पास हुआ है इसकी जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि समाज में हरेक तरह के लोग हैं। अगली बार भी परीक्षा इतनी ही सख्त होगी। हम इसको चुनौती के रूप में लेते हैं। आदर्श व्यवस्था कायम करना संभव नहीं होता है। हमारे यहां गड़बड़ी करने पर पर्दा नहीं डाला जाता बल्कि तह में जाकर समाधान निकाला जाता है। नीतीश ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिये कई कदम उठाये गये हैं। अभी और सुधार की जरुरत है। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जायेंगे। शिक्षा विभाग की समस्याओं को पूरी तरह से समझकर उसका समाधान निकाला जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार होगा यह एक लंबी यात्रा है। अभी बहुत दूर जाना है अभी मीलों चलना है। पूरी चीजों का मंथन करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि एक तो व्यवस्था में सुधार होगा दूसरी तरफ अगर कोई अपने कर्तव्य को नहीं निभाता है तो उन पर कार्रवाई होगी।

news
Share
Share