हरिद्वार: तीर्थ पुरोहितों के द्वारा स्कैप चैनल के शासनादेश को वापस लेने की माँग को लेकर चल रहा धरना आज छयालीसवें दिन में प्रवेश कर गया है। आज उपवास पर अनुपम जगता व वासु शर्मा रहे। धरना स्थल पर चर्चा के बाद निष्कर्ष निकला के जिस प्रकार नवरात्र और दशहरा पर्व पुरोहितों ने धरना स्थल पर ही मनाया था। उसी प्रकार अब दीपावली तक सभी त्योहार हम पुरोहित धरना स्थल पर ही मनाएँगे और यदि यह काला शासनादेश माँ गंगा जी के दीपावली पर आने से पूर्व सरकार वापस नहीं लेती तो हरिद्वार के पुरोहित कड़ा निर्णय लेने को विवश होंगे।
हम अब भी धैर्य के साथ पुरोहित होने का परिचय सरकार को दे रहे हैं दीपावली पर यदि माँ गंगा जी अपने पौराणिक रूप व पूर्व सम्मान के साथ वापस आती हैं तो यह निर्णय स्वागत योग्य होगा। परन्तु यदि माँ गंगा के सम्मान को वापस नहीं किया जाता और हठधर्मी कायम रहती है तो इसके आगे का निर्णय दीपावली के बाद दिखेगा जिस प्रकार 1916 में करार हुआ था और 100 वर्ष बाद उस करार को कांग्रेस सरकार ने दिसम्बर 2016 में माँ गंगा जी का जो अपमान किया था समझ से परे है के शहर विधायक प्रदेश सरकार में मंत्री मदन कौशिक व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी भी साढ़े तीन वर्षों से कई बार आश्वासन देने के बाद भी वापस नहीं दिला पा रहे हैं तो क्या माननीय मंत्री जी जो सरकार में प्रवक्ता भी हैं वे जवाब क्यों नहीं दे रहें हैं? आज धरना स्थल पर सौरभ सिखौला, अनिल कौशिक, उमाशंकर वशिष्ठ, कामरेड साकेशवर वशिष्ठ, अभिषेक वशिष्ठ, सचिन कौशिक, सुनील चाकलान, चंदन जगता, राकेश पचभैय्या, सिद्धार्थ त्रिपाठी, पवन पचभैय्या, सेवा राम मिश्रा, सुशील चाकलान, प्रदीप निगारे, वासु लूतिये, डिम्पल निगारे, भवेश सिखौला, राकेश विधयाकुल, हिमांशु वशिष्ठ, आदित्य वशिष्ठ, आकाश पंचैली आदि पुरोहित मौजूद रहे।
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