रुड़की,(Amit Kumar): धर्म और विज्ञान के समन्वयक डॉ विजयेंद्र नाथ शर्मा द्वारा सोशल मीडिया पर गीता सार तत्व को लेकर प्रतिदिन की गई बातचीत को उनके मरणोपरांत उनके हितचिंतक चैतन्य स्वरूप शर्मा ने पुस्तक रूप में प्रकाशित किया है।उनकी इसी पुस्तक का विमोचन गायत्रीतीर्थ शांतिकुंज प्रमुख एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ प्रणव पण्ड्या द्वारा किया गया।डॉ प्रणव पण्ड्या ने ‘बातचीत में छिपा है गीता का सार ‘कृति को श्रीमद्भागवत गीता का प्रतिबिंब बताया।
नेशनल बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी व जाने माने विद्वान डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण ‘ ने अपने दिवंगत अनुज व इस पुस्तक के लेखक डॉ विजयेंद्र को याद करते हुए कहा,’तन से तुम हो दूर प्रिय मन से हर पल पास,गीता-तत्व देकर सखे जीवन की दी आस’ वही फ़िल्म निर्देशक डॉ सुभाष अग्रवाल ने पुस्तक के तथ्यों को जीवन शैली में ढालने की आवश्यकता बताई।साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि यह पुस्तक ही डॉ विजयेंद्र नाथ शर्मा को सच्ची श्रद्धांजलि है।इस अवसर पर श्रीमती महालक्ष्मी,आर एन शर्मा, कृष्ण गोपाल शर्मा आदि मौजूद रहे।
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