window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स ने कायम की समर्पण, साहस और सेवा की मिसाल | T-Bharat
September 25, 2024

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हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स ने कायम की समर्पण, साहस और सेवा की मिसाल

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हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स ने कायम की समर्पण, साहस और सेवा की मिसाल

ऋषिकेश,(Amit kumar): आज नेशनल डाॅक्टर्स डे, के अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि कोरोना संकट के समय, साहस और समर्पण का परिचय देते हुये हमारे चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, स्वच्छताकर्मी, मीडिया कर्मी, बैंककर्मी, पुलिस, और सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स रातदिन कार्य कर रहे है उनकी सेवा को नमन, ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें तथा उन सभी का आत्मबल मजबूत बना रहे।
आज प्रातःकाल परमार्थ निकेतन में हवन कर सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स के उत्तम स्वास्थ्य एवं उनका मजबूत आत्मबल बना रहे इस हेतु विशेष आहूतियां प्रदान की गयी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने भारत के उपराष्ट्रपति और भारतीय संस्कृति के स्तंभ श्री वेंकैया नायडू जी को जन्मदिवस की शुभकामनायें दी तथा परमार्थ प्रागंण में श्री नायडू जी के उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु, सतत कर्मशील और सफल जीवन की कामना करते हुये तुलसी का पौधा रोपित किया। स्वामी जी ने कहा कि श्री नायडू जी, भारत के युवाओं को एक नई दिशा प्रदान कर रहे है। वे हमेशा से ही प्रतिष्ठा के लिये नहीं बल्कि निष्ठा के लिये कार्य करते है। वे भारतीय संस्कृति के स्तंभ है।
वास्तव में हमारे सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स ईश्वर का दूसरा रूप है। जब कोरोना वायरस से पूरा विश्व दहशत में हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो देशवासियों को महफूज़ रखने के लिये स्वयं कोरोना से जंग लड़ रहे है, इस जंग में अपने प्राणों की बलि भी दे रहे है परन्तु अपने देशवासियों को जीत की ओर, जीवन की ओर बढ़ा रहे है।
स्वामी जी ने कहा कि एक अदृश्य वायरस में हमारे देश ही नहीं पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। इस वायरस से विजय पाना भारत जैैसे अति जनसंख्या वाले देश के लिये अत्ंयत चुनौतीपूर्ण कार्य है परन्तु हमारे कोरोना योद्धाओं ने इस अदृश्य वायरस पर जीत हासिल करने का मोर्चा सम्भाला और उस वायरस को देश के कुछ क्षेत्रों में कैद कर दिया। देशवासियों ने भीे अपने जीवन में बदलाव किया जिसके अद्भुत परिणाम प्राप्त हुये परन्तु इस लड़ाई में कोरोना वाॅरियर्स का अद्भुत योगदान है, जिन्होने कोरोना पीड़ितों की सेवा ही नहीं की बल्कि उन्हें जीने का हौसला भी प्रदान किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि हमारे देश के कोरोना वाॅरियर्स ने आश्चर्यजनक इतिहास कायम किया है। कई ऐसे कोरोना योद्धा है जिनके सेवा कार्य ऐतिहासिक है। ऐसे कोरोना ज़ाबाजों पर तो डाॅक्यूमेंट्री तैयार होनी चाहिये ताकि आगे आने वाली पीढ़ियों को भी पता चले कि एक अदृश्य वायरस पर विजय प्राप्त करने हेतु भारत के वाॅरियर्स ने जिस सेवा और समर्पण भाव से सामना किया यह अपने आप में मिसाल है। स्वामी जी ने कहा कि इस मशाल को जला कर रखें तथा इस संकट से बाहर निकलने के लिये अब तक जो उत्साह, उमंग और उल्लास का परिचय दिया है उसे आगे भी बना कर रखें ताकि यह सेवा और समर्पण की मशाल हमेशा जलती रहे। वास्तव में इस संकट काल में कोरोना वाॅरियर्स द्वारा की गयी सेवा हम सभी के लिये प्रेरणा है और सभी कोरोना वाॅरियर्स हमारे लिये प्रेरणास्रोत है।
इस समय तो ऐसा लगता है कि स्वस्च्छता कर्मी स्वच्छता के चिकित्सक बनकर उभरे है, सुरक्षाकर्मी, सुरक्षा के चिकित्सक है तथा मीडियाकर्मी सूचनाओं को देकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है और साथ ही लोगों ने भी कोरोना जंग को जीतने के लिये अपने जीवन में अनेक बदलाव किये है, सभी के समेकित प्रयास से भारत जरूर कोरोना जंग में विजयी होगा।

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