अच्छा चिंतन करने से अच्छे बन जाते विचार इसी राह पर चलने से करते हम सद्व्यवहार सबके भले में अपना भला न कोई शिकवा, न गिला सन्तोष सुख की राह यही इच्छाए कम हो बात सही दूसरे को नही, स्वयं को देखो अपनी कमियां स्वयं ही देखो स्वेत चरित्र बन जाएगा दिल परमात्मा से जुड़ जाएगा। —-श्रीगोपाल नारसन
More Stories
पोनीटेल बनाते समय भूल से भी न करें ये गलतियां, बिगड़ सकता है लुक
सबके भले की सोचिए
जैसी करनी वैसी भरनी