Haridwar: हरिद्वार में जिला प्रशासन द्वारा मंगलौर में एक बूचड़खाने को मंजूरी दिए जाने का विरोध जारी है। जिला मजिस्ट्रेट दीपेंद्र कुमार चौधरी ने हाल ही में मंगलौर में एक बूचड़खाना खोलने की मंजूरी दी थी। इसके कुछ समय बाद, स्थानीय भाजपा विधायक संजय गुप्ता, स्वामी यतीश्वरानंद और सुरेश राठौर ने इस पर आपत्ति जताई थी और चौधरी को पद से हटाने की मांग की थी। 3 दिसंबर को, चार तपस्वियों- मुकेश गिरि, नरेश गिरी, अखिल गिरि और रामेश्वर गिरि ने बूचड़खाने के खिलाफ लक्सर में आमरण अनशन किया। उनमें से दो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विरोध कर रहे तपस्वियों के समर्थन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी जिले में एक बूचड़खाना खोलने पर आपत्ति जताई है। हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलने के बाद लक्सर विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बूचड़खाना नहीं खोला जाएगा। श्री गंगा सभा के महासचिव तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि चूंकि हरिद्वार एक तीर्थस्थल है, इसलिए जन भावनाओं का सम्मान करते हुए जिले में एक बूचड़खाना नहीं खोला जाना चाहिए।
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