window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); मर्म चिकित्सा पद्वति आयुर्वेद एवं योग से पुरानी चिकित्सा पद्वति है। | T-Bharat
September 22, 2024

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मर्म चिकित्सा पद्वति आयुर्वेद एवं योग से पुरानी चिकित्सा पद्वति है।

हरिद्वार। मर्म चिकित्सा ऐसी उपचार की पद्वति है जो बिना किसी दुष्प्रभाव एवं लागत के रोगी को तत्काल निरोग करने में सहायक है। यह कहना है उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति एवं मर्म विशेषज्ञ प्रो.सुनील कुमार जोशी का। वे यहां उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन हरिद्वार द्वारा प्रेस क्लब सभागार में आयोजित मर्म चिकित्सा शिविर में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। चिकित्सा शिविर की अध्यक्षता हरिद्वार नगर निगम की महापौर श्रीमती अनिता शर्मा ने की।

 

डा.जोशी ने कहा मर्म चिकित्सा पद्वति आयुर्वेद एवं योग से पुरानी चिकित्सा पद्वति है। आज जरूरत इस बात की है कि इस विद्या को विश्वस्तर पहुचाने की दिशा में तेजी से प्रयास किये जाये,ताकि जिस तरह से हरिद्वार से योग की तरह ही मर्म चिकित्सा पद्वति भी विश्व समुदाय को निरोगी बनाने में मदद कर सके। आज विश्व के अनेकों देश इस चिकित्सा पद्वति से प्रभावित हो रहे है। आने वाले समय में विश्व में मर्म चिकित्सा विश्व पटल पर एक नई चिकित्सा विद्या के पुनः स्थापित होने जा रही है। उत्त्राखं डमें मर्म चिकित्सा को आयुर्वेद विश्वविद्यालय के अलावा अन्य विश्वविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमों में संचालित करने का निर्णय प्रदेश के राज्यपाल सह कुलाद्यिपति की ओर से लिया जा चुका है। वर्तमान समय में गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय,देव संविवि में यह पाठ्यक्रम में शामिल है। डा.जोशी ने बताया कि इस विद्या के माध्यम से उन्होंने कई वर्ष पुराने रोगियों का उपचार कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाया है। जिनमें पोलियों से ग्रसित रोगी व घुटने के दर्द से परेशान रोगी भी है,जिन्हे अंगेजी चिकित्सा पद्वति में उपचार के दौरान घुटने बदलने का परामर्श दिया गया है। डा.जोशी ने कहा कि विश्व को स्वास्थ्य लाभ देने की दिशा में हरिद्वार से गंगा की तरह मर्म चिकित्सा की गंगा प्रवाहित हो,विश्व कल्याण के लिए निकलनी चाहिए। इसके लिए सभी को सहयोग देने की जरूरत है। अध्यक्षता कर रही महापौर श्रीमती अनिता शर्मा ने कहा कि डा.जोशी द्वारा मर्म चिकित्सा के माध्यम से विभिन्न रोगों से पीड़ित लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभ हुआ है।योग के क्षेत्र में जैसे स्वामी रामदेव ने विश्व पटल पर हरिद्वार को पहचान दिलायी है,वैसे ही आने वाले दिनों में मर्म चिकित्सा पद्वति को डा.जोशी विश्व पटल पर स्थापित कर हरिद्वार पुनःनयी पहचान दिलाने की ओर अग्रसर है। इससे पूर्व समारोह को प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश शर्मा, यूनियन के जिलाध्यक्ष दीपक नौटियाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में मर्म चिकित्सा को एक कारगर तात्कालिक उपाय बताया।यूनियन के महासचिव मेहताब आलम ने सभी का आभार व्यक्त किया। शिविर के दौरान डा.जोशी ने उपस्थित लोगों को मर्म चिकित्सा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

 

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि डा0जोशी व महापौर श्रीमती अनिता शर्मा तथा पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रहमचारी का माला पहनाकर स्वागत किया गया,जबकि प्रेस क्लब के वरिष्ठ साथियों द्वारा शाॅल व स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये। स्वागत करने वालों में पूर्व अध्यक्ष प्रो.पी.एस.चैहान,बृजेन्द्र हर्ष,आदेश त्यागी,अविक्षित रमन,संजय रावल,पूर्व महामंत्री राम चन्द्र कन्नौजिया,श्रवण झा,ललितेन्द्र नाथ, अमित गुप्ता,अमित शर्मा,कुलभूषण शर्मा,के.के.पालीवाल,कार्यक्रम संयोजक मनोज खन्ना,यूनियन कोषसचिव सुर्यकांत बेलवाल,अनिरूद्व भाटी,दीपक मिश्रा,अरूण शर्मा,लव शर्मा,त्रिलोकचंद भटट्,अमर सिंह,राजेन्द्र नाथ गोस्वामी,शैलेन्द्र ठाकुर,डा.राधिका नागरथ,नरेश दीवान शैली,विवेक शर्मा,,के साथ साथ मुदित अग्रवाल,जितेन्द्र चैरसिया,कुशलपाल सिंह चैहान,दिनेश वर्मा,कमल मिश्रा,अश्विनी अरोड़ा,शिवा अग्रवाल,श्रीमती सीमा चैहान,मुकेश वर्मा,डा.हिमांशु द्विवेदी,पं.मनोज त्रिपाठी,के साथ साथ मेयर प्रतिनिधि व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक शर्मा,पूर्व सभासद दिनेश जोशी,अनुपम अग्रवाल,अश्विनी शर्मा,तरूण व्यास,राहुल गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोगों ने मर्म चिकित्सा के बारे में जानकारी ली।

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