window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); भारत और म्यांमार के बीच रक्षा सहयोग पर हुआ समझौता | T-Bharat
November 24, 2024

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भारत और म्यांमार के बीच रक्षा सहयोग पर हुआ समझौता



नईदिल्ली। म्यांमार के कमांडर-इन-चीफ रक्षा विभाग (सीडीएस) के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग (एमएएच) 25 जुलाई से 02 अगस्त तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं।

रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद यसो नाइक ने म्यांमार के कमांडर-इन-चीफ रक्षा विभाग (सीडीएस) के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग से बातचीत की। बातचीत के दौरान दोनों के पक्षों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की गई, संयुक्त अभ्यास तथा म्यांमार रक्षा सेवाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की समीक्षा की गई। इसके अलावा संयुक्त निगरानी के तहत समुद्री सुरक्षा को मजबूत बनाने, चिकित्सा सहयोग, प्रदूषण का मुकाबला तथा नई अवसंरचना के विकास के मुद्दों पर चर्चा की गई।

बातचीत के अंत में भारत और म्यांमार में रक्षा सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गये।

इसके पूर्व म्यांमार रक्षा सेवाओं के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी.एस.धनोआ, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह से मुलाकात की। म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लिंग को तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ आनर पेश किया। वरिष्ठ जनरल ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत म्यांमार प्रमुख देश है। इस नीति के तहत पूर्वी एशियाई देशों के साथ भारत अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है। हाल के वर्षों के दौरान म्यांमार के साथ भारत का रक्षा सहयोग तेजी से बढ़ रहा है।

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