window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); उत्तराखण्ड के विकास में नाबार्ड की अहम भूमिकाः कृषि MINISTER गणेश जोशी | T-Bharat
September 21, 2024

TEHRIRE BHARAT

Her khabar sach ke sath

उत्तराखण्ड के विकास में नाबार्ड की अहम भूमिकाः कृषि MINISTER गणेश जोशी

देहरादून । प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण MINISTER गणेश जोशी ने नाबार्ड के स्थापना दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया गया। नाबार्ड द्वारा देहरादून आईटी पार्क स्थित नाबार्ड के क्षेत्रिय कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे कृषि MINISTER गणेश जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान कृषि MINISTER गणेश जोशी ने देश एवं प्रदेश में नाबार्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर नाबार्ड के कार्यकलापों के बारें में भी विस्तार से जानकारी ली। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से पहुंचे किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लाभार्थियों ने अपने अनुभवों को भी साझा किया।
इस अवसर पर कृषि MINISTER गणेश जोशी ने नाबार्ड के 43वें स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कृषि MINISTER गणेश जोशी ने कहा नाबार्ड की स्थापना आज से 42 वर्ष पहले 12 जुलाई 1982 को हुई थी और तब से यह संस्था निरंतर कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अतिमहत्वपूर्ण भूमिका निभाता चला आ रहा है। उन्होंने कहा नाबार्ड ने उत्तराखंड के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कृषि MINISTER ने कहा नाबार्ड उत्तराखंड में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए पिछले 3 वर्षों में रुपये 16.48 करोड़ की अनुदान सहायता प्रदान की है। इस सहायता से राज्य में मोबाइल एटीएम वैन, पीओएस मशीन, माइक्रो एटीएम जैसी सुविधाएं स्थापित की गई हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की पहुँच बढ़ी है। कृषि MINISTER गणेश जोशी ने उत्तराखंड में औद्यानिकी अपार संभावनाएं है। उन्होंने नाबार्ड के अधिकारियों को किसानों की फसलों को सुरक्षित करने हेतु घेरबाड़ की दिशा में कार्य करने के कहा। MINISTER ने बंजर भूमि पर मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने तथा जैविक खेती, पैक हाउस निर्माण और किसानों की फसलों के निर्यात हेतु जैसे फल सब्जी इत्यादि के लिए फाइटो सेनेट्री लैब की दिशा में भी नाबार्ड को कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया।
MINISTER गणेश जोशी ने कहा ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास निधि (त्प्क्थ्) के माध्यम से नाबार्ड 11,000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं से राज्य में सिंचाई, सड़क नेटवर्क, पेयजल, और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं का विकास हुआ है। कृषि MINISTER ने नाबार्ड से अपेक्षा है कि, त्प्क्थ् के तहत उत्तराखंड में बागवानी, जल संरक्षण और सिंचाई परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाय, जिससे कृषि उत्पादकता में सुधार होगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी। MINISTER ने कहा नाबार्ड, 3000 से अधिक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण आबादी को डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय सुविधाओं व उत्पादों के बारे में जागरूक किया है। उन्होंने कहा नाबार्ड राज्य की ऋण नियोजन क्रेडिट प्लानिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा हर वर्ष राज्य सरकार एवं अन्य सभी हितधारकों से चर्चा कर प्रदेश का स्टेट फोकस पेपर तैयार करता है। राज्य सरकार, इस ऋण योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए नाबार्ड एवं सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करेगा, ताकि प्रदेश में पूंजी निवेश बढ़े और यह भी सुनिश्चित हो सके कि ऋण वास्तव में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे और इसका सही उपयोग हो।
कृषि MINISTER ने भरोसा जताते हुए कहा कि नाबार्ड उत्तराखंड के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। राज्य की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों व आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए राज्य में कृषि में विविधता लाने के लिए बागवानी, औषधीय पौधों, मत्स्य पालन,और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में ऋण और तकनीकी सहायता प्रदान कर सकता है। उन्होंने नाबार्ड, कृषि विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए किसानों को नए और लाभकारी फसलों के बारे में जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान कर सकता है। MINISTER गणेश जोशी ने कहा नाबार्ड और उत्तराखंड सरकार मिलकर राज्य के विकास के लिए नए आयाम स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा नाबार्ड, राज्य में किसान उत्पादक संगठनों (थ्च्व्) के गठन एवं संवर्धन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता रहा है जिसके माध्यम से छोटे और सीमांत किसानों को लाभ मिल रहा है। MINISTER ने कहा उत्तराखंड सरकार भी राज्य में एफपीओ पॉलिसी ला रही है जिसमे नाबार्ड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जिससे थ्च्व् को बढ़ावा देने के साथ-साथ, उन्हें कृषि-प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन गतिविधियों से जोड़ने में मदद मिलेगी, और किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त होगा।
नाबार्ड के सीजीएम ने बताया नाबार्ड द्वारा समय समय पर प्रदेश एवं देश में प्रदर्शनियाँ व बायर एंड सेलर मीट भी आयोजित की जाती हैं जिसमें प्रदेश के किसान अपने उत्पादों को प्रदर्शित करते हैं। पिछले वर्ष में अंतराष्ट्रीय ईयर ऑफ मिलेट्स के उपलक्ष्य में प्रदेश में उगने वाले मोटे अनाजों को समितियों के माध्यम से विशेष खरीद अभियान शुरू किया गया था, जो आगे भी जारी रहेगा। नाबार्ड द्वारा कृषि विभाग उत्तराखण्ड को उपलब्ध कराई गई आर्थिक सहायता। विभाग उत्तराखण्ड को उपलब्ध कराई गई आर्थिक सहायता वर्ष 2023-24 में नाबार्ड द्वारा आर०आई०डी०एफ० योजनान्तर्गत रु0 22.19 करोड धनराशि कृषि विभाग को उपलब्ध कराई गई, जिससे रुद्रपुर में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का भवन निर्माण हेतु रु0 1.97 करोड धनराशि अवमुक्त की गई, तथा शेष धनराशि मण्डी हेतु को अवमुक्त की गई। वर्ष 2024-25 हेतु आतिथि तक रु0 21.11 करोड़ धनराशि अवमुक्त की गई है। इस दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी ने नाबार्ड की विकासमुख उत्तराखंड में नाबार्ड की सार्थक पहल वर्ष 2023- 24 तथा कृषि क्षेत्र गतिविधियों की इकाई की लागतें पुस्तक का भी विमोचन किया। इस अवसर पर सचिव कृषि डॉ.सुरेंद्र नारायण पांडे, आरडी आरबीआई अरविंद कुमार, सीजीएम नाबार्ड वीके बिष्ट, कुलपति डॉ.मनमोहन सिंह चैहान, पद्मश्री किसान प्रेम चंद्र शर्मा कृषि निदेशक केसी पाठक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

news
Share
Share