window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'UA-96526631-1'); पीडि़त मानव की सेवा ईश्वर पूजा के समान है: स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी | T-Bharat
November 24, 2024

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पीडि़त मानव की सेवा ईश्वर पूजा के समान है: स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी

हरिद्वार । दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि पीडि़त मानव की सेवा ईश्वर पूजा के समान है। जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से मानव सेवा को समर्पित रहता है। ईश्वर कृपा से उसके सभी मनोरथ पूरे होते हैं। वे आज जगजीतपुर में खुलने जा रहे हीलिंग चिकित्सा केंद्र कॉस्मिक रिवाइवल के अवलोकन के पश्चात केंद्र संचालक डॉ.अजय मगन व उनकी टीम को संबोधित कर रहे थे। मानव सेवा ही माधव सेवा है। जिससे व्यक्ति निरंतर उन्नति की और अग्रसर होता है। उन्होंने कहा कि डॉ.अजय मगन को इंटरनेशनल कॉस्मिक हीलर का दर्जा मिलना भारत के लिए गौरव की बात है। धर्मनगरी में खुलने जा रहे विश्व के प्रथम हीलिंग चिकित्सा केंद्र का लाभ धर्मनगरी के साथ अन्य राज्यों से आने वाले रोगियों को मिलेगा। डॉ. अजय मगन ने हीलिंग चिकित्सा केंद्र की जानकारी देते हुए बताया कि हरिद्वार में जल्द ही शुरू होने जा रहे केंद्र में इलाज के लिए 12 हीलिंग पद्धतियों द्वारा जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज किया जाएगा।

 

 

स्वास्थ्य जांच के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। प्रत्येक मनुष्य को अपना उपचार स्वयं करने की जानकारी भी केंद्र में दी जाएंगी। डॉ. अजय मगन ने बताया कि कनखल स्थित चिकित्सा केंद्र की तैयारियां की जा रही है। उन्होंने कहा कि मेडिकल सांईस केंवल दौ सौ वर्ष पुराना है। जबकि भारतीय चिकित्सा पद्धतियां उससे कहीं ज्यादा प्राचीन हैं। प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में सेल्फ हीलिंग के माध्यम से अपना उपचार खुद करने की क्षमता मौजूद होती है। लेकिन इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से आम आदमी इसका लाभ नहीं ले पाता है। हीलिंग पद्धति से लाईलाज बीमारियां का उपचार भी संभव है। केंद्र में बिना किसी रक्त जांच व दवाओं के मरीजों का उपचार किया जाएगा। हीलिंग पद्धति से शरीर की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता भी बढ़ती है। प्राचीन समय में हीलिंग पद्धति के माध्यम से ही भारतीय चिरायु व स्वस्थ रहते थे। वर्तमान समय के भागदौड़ व अतिव्यस्तता वाले जीवन में मनुष्य कई तरह के रोगों से घिरता जा रहा है। दवाओं व उपचार पर लाखों रूपएखर्च करने के बाद भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाता है। लेकिन हीलिंग पद्धति से बिना दवाओं का प्रयोग किए ही पूरी तरह से स्वस्थ रहा जा सकता है। ब्राह्माण्डिय उर्जाओं के माध्यम से व्यक्ति को स्वस्थ व चिरायु बनाया जा सकता है। अभी तक उर्जा को देखने या पढऩे का कोई उपकरण वजूद में नही था। लेकिन केंद्र में मौजूद 90 कॉस्मिक गैजेट के माध्यम से उर्जा को देखा व पढ़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन शीघ्र ही केन्द्र के कई राजनेताओ व जानी मानी हस्तियों और संत महापुरूषों के सानिध्य में होगा। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। इस दौरान श्रीमती पूजा मगन, उमेश शर्मा, आचार्य माहिर, आचार्य संजीव भारद्वाज, गगन साहनी, शिल्पी, अंकुश शुक्ला, स्वामी शिवानंद, पंडित शिवकुमार शर्मा, रामसिंह, अनुज दुबे, इन्द्रमोहन मिश्रा आदि भी मौजूद रहे।

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