देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं संसदीय आश्वासन समिति के अध्यक्ष डॉ रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा गंगा की महत्वता पर लिखी पुस्तक ष्विश्व धरोहर गंगा का विमोचन रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ के मुख्यालय बेलुड़ मठ में किया गया।
प्रसिद्ध मंदिर दक्षिणेश्वर काली के मंदिर से निकट स्थापित बेलुड़ मठ में हिंदू, ईसाई, इस्लामी तत्वों का मिश्रण स्थापित कर स्वामी विवेकानंद ने सर्वधर्म सदभाव स्थापित करने का प्रयास किया। अपने संदेश में डॉ निशंक ने कहा कि गंगा पूरे भारतीय संस्कृति की संवाहिका है। गंगा का अमृत जल हजारों व्याधियों को दूर करता है। डॉ. निशंक ने कहा कि स्पर्श गंगा अभियान के तहत विश्व के दर्जन भर देशों में जल संरक्षण संवर्धन हेतु विश्वव्यापी अभियान चलाया जा रहा है।
डॉ निशंक का स्वागत करते हुए बेलुड़ मठ अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद जी ने कहा कि डॉ निशंक द्वारा गंगा और उसकी सहायक नदियों के लिए चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ज्ञातव्य है कि डॉ निशंक सरकारी आश्वासन समिति के अध्ययन दौरे पर कोलकाता प्रवास पर हैं। डॉ निशनम ने बताया कि वह स्पर्श गंगा अभियान के लिए आशीर्वाद लेने बेलुड़ मठ आए हैं। बेलुड़ मठ ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि डॉ निशंक द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर कहीं कृतियां लिखी जा चुकी हैं। डॉ. निशंक द्वारा बेलुड़ मठ के अध्यक्ष को चारधाम यात्रा का आमंत्रण दिया गया।
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