पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिग बच्चियों का रेप करवाने और प्रताड़ित करने के मामसे में राज्य की नीतीश सरकार साफ तौर पर घिरती दिख रही है। इस बीच मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम के हाथ एक ऐसा सुराग लगा है, जो सरकार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को परेशानी में डाल सकता है।
दरअसल, शेल्टर होम कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और मंत्री मंजू वर्मा के बीच संबंधों का खुलासा पहले ही हो चुका है, जिसके बाद अब एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार ब्रजेश ठाकुर और मंजू वर्मा के पति के बीच 17 बार बातचीत हुई थी। यह खुलासा सीडीआर की जांच के हवाले से किया जा रहा है।
मामले की जांच कर रही सीबीआई सीडीआर की पड़ताल में जुटी है। अब तक की मिली जानकारी के अनुसार, अब सीबीआई तीन मोबाइल फोन के सीडीआर यानी कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड की जांच कर रही है। जिसके बाद इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
गौर हो कि इस पहले जो खुलासे हुए उसमें दावा किया गया कि मंत्री मंजू वर्मा के पति चन्द्रशेखर वर्मा कई बार बालिका गृह में न सिर्फ जा चुके हैं, बल्कि आते-जाते रहे हैं। ऐसे में यहां बड़ा सवाल है कि अगर मंत्री और उनके पति को शेल्टर होम में बच्चियों की प्रताड़ना की जानकारी थी तब उन्होंने पहले इसकी जांच क्यों नहीं कराई
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